प्रदूषित वातावरण में रेस्परेटरी सिस्टम (श्वसन प्रणाली) को आयुर्वेदिक औषधि की मदद से कैसे बनाए मजबूत ?

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प्रदूषित वातावरण में रेस्परेटरी सिस्टम (श्वसन प्रणाली) को आयुर्वेदिक औषधि की मदद से कैसे बनाए मजबूत ?

  • August 5, 2023

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इम्युनिटी जिसे रोग प्रतिरोधक क्षमता के नाम से भी जाना जाता है और ये कैसे हमारे शरीर को हर बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद करती है, पर अगर ये ही इम्युनिटी कमजोर हो जाए तो कैसे हम आयुर्वेद की मदद से खुद को सुरक्षित कर सकते है, तो चलिए जानते है इम्यून को मजबूत करने के उपायों के बारे में ;

आयुर्वेद की मदद से इम्युनिटी को कैसे मजबूत किया जा सकता है ?

  • आप पूरा दिन गरम पानी पिए। 
  • खाना पकाने के दौरान सब्जी में हल्दी, धनिया, जीरा और लहसुन को उसमे जरूर डालें। 
  • आप इम्युनिटी मजबूत करने के लिए रोजाना 30 मिनट का योगासन जरूर करें। 
  • आप दालचीनी, अदरक, काली मिर्च, लोंग, गुड़, तुलसी, मुनक्का और सोंठ को डाल कर काढ़ा बनाकर इसे पिए ताकि आपकी इम्युनिटी मजबूत हो सकें।
  • हल्दी वाला दूध भी आपकी इम्युनिटी को बढ़ाने का बेहतरीन उपाय है।

अगर इम्युनिटी बढ़ाने के और उपायों के बारे में आप जानना चाहते है, तो इसके लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का भी चयन कर सकते है।

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए कौन-सी आयुर्वेदिक जड़ीबूटियां है कारगर ?        

  • अश्वगंधा आयुर्वेद में कई समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। अश्वगंधा तनाव के स्तर को कम करने में प्रभावी भी माना जाता है। इसके नियमित सेवन से मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और इम्यूनिटी मजबूत होती है। आप रोजाना सोने से पहले एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर का सेवन दूध या पानी के साथ कर सकते है। 
  • आयुर्वेद में गिलोय का इस्तेमाल औषधि के रूप में सदियों से लोगों के द्वारा किया जा रहा है। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते है। नियमित रूप से गिलोय का सेवन करने से आप संक्रमण और कई बीमारियों से बच सकते है। अगर आप इम्यून सिस्टम मजबूत करना चाहते है तो रोज सुबह खाली पेट गिलोय के जूस या काढ़े का सेवन कर सकते है।
  • सहजन की पत्तियों का इस्तेमाल करके भी आप अपनी इम्युनिटी को मजबूत कर सकते है और किसी भी तरह की बीमारी का आप खुद से बचाव भी आसानी से करने में सक्षम हो पाते है।
  • अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों के कारण अदरक भी इम्युनिटी को बढ़ाने में काफी मददगार साबित होती है। इसलिए आप इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ बढ़ाने के लिए अदरक का सेवन कर सकते है।

अगर इम्युनिटी मजबूत करने के लिए आप कोई अन्य जड़ी बूटी भी प्रयोग में लाना चाहते है, तो इसके लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक को भी चुन सकते है।

इम्युनिटी कमजोर कैसे होती है ?

  • आपको बता दे की जब आप अपनी सेहत का अच्छे से ध्यान नहीं रखते और कुछ भी खा लेते है तो इसका सीधा आपके सेहत पर गलत असर पड़ता है, जिससे होता क्या है की आगे चल के आपकी इम्युनिटी और कमजोर हो जाती है। 
  • वहीं बता दें कि शुगर का ज्यादा मात्रा में सेवन आपकी इम्यूनिटी को और भी कमजोर कर सकता है। 
  • ज्यादा ऑयली फूड का सेवन भी इम्यूनिटी को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए व्यक्ति को ऑयली फूड के सेवन से बचना चाहिए। 
  • प्रोसेस्ड मीट से भी इम्यूनिटी पर प्रभाव पड़ता है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने लगती है।

इम्युनिटी मजबूत करने के लिए बेस्ट सेंटर !

इम्यून सिस्टम का कमजोर होना अगर आपकी भी समस्या बन चूका है, तो इसको बढ़ाने और मजबूत करने के लिए आपको संजीवनी हेल्थ सेंटर का चयन करना चाहिए। 

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जानिए क्या है जोड़ों में दर्द की समस्या का आयुर्वेदिक इलाज ?

  • July 27, 2023

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आज के समय की बात करें तो जोड़ों में दर्द बजुर्गो के साथ युवाओं में भी देखने को मिल रहा वही ये दर्द की समस्या से कैसे लोग अपने आप को इसके खतरे से बाहर निकाल सकते है वो भी आयुर्वेदिक दवाई और उसके उपचार की मदद से, तो आप भी जोड़ों में दर्द की समस्या से परेशान है तो इससे बचाव के लिए आर्टिकल के साथ अंत तक बने रहें ;

क्या है जोड़ो में दर्द की समस्या ?

  • जोड़ों का दर्द होना एक सामान्य स्थिति है, जो शरीर में एक या एक से अधिक जोड़ों को प्रभावित करती है। आमतौर पर, जोड़ों के दर्द में घुटने का दर्द, कंधे या गर्दन का दर्द, कोहनी और कुल्हे का दर्द शामिल होता है। 
  • जोड़ो में दर्द की अवधी और तीव्रता उसके अन्तर्निहित कारणों पर निर्भर करती है। जोड़ों का दर्द आमतौर अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन ये दर्द अगर ज्यादा समय तक बना रहें तो इसके लिए इलाज का सहारा लेना पड़ सकता है। 

जोड़ों में दर्द की समस्या के बारे में और विस्तार से जानने के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर का चयन करना चाहिए।

जोड़ों में दर्द के लक्षण क्या है ?

  • अगर आपके जोड़ और उसके आसपास का क्षेत्र सूजा हुआ, लाल, कोमल या स्पर्श करने के दौरान गर्म है।
  • आपका दर्द 3 दिनों से अधिक समय से जारी है। 
  • गंभीर चोट आई है। 
  • विकृत जोड़। 
  • सूजे हुए जोड़। 
  • जोड़ जो पूरी तरह से स्थिर है। 
  • गंभीर जोड़ों का दर्द। 

 

जोड़ों में दर्द की समस्या के लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक इलाज !

  • अगर आप भी जोड़ों में दर्द की समस्या से परेशान है तो इससे बचाव के लिए आपको हर्बल ऑयल से बनाए गए हर्बल पेस्ट द्वारा जोड़ों की मसाज को करवाना चाहिए। वहीं ऐसा करवाने से आपको जोड़ों के दर्द से तो आराम मिलेगा ही और साथ में आप इंफ्लेमेशन के दर्द से भी राहत पा सकते है। इसके अलावा अगर आप हर्बल ऑयल का मशाज करवाना चाहते है, तो इसके लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक के संपर्क में आना चाहिए।
  • जोड़ों में दर्द की समस्या से आपको पंचकर्म भी राहत दिलवाता है। वहीं अपने दर्द की गंभीरता के आधार पर आपको इस तकनीक का प्रयोग हफ्ते से महीने तक करना चाहिए। इस प्रक्रिया में अभ्यांग, जनू बस्ती, लेप, स्वेद, विरेचन, बस्ती और अग्निकर्म की आवश्यकता होती है। 
  • आयुर्वेदिक मशाज के अलावा आपको आयुर्वेदिक पेन किलर्स जैसे अलसी, अखरोट, आंवला, हल्दी, तुलसी और अदरक का प्रयोग करना चाहिए। इनमें एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते है जो आपके घुटनों के आस-पास के दर्द को कम करने में मदद करते है और आपको काफी राहत प्रदान करते है। वहीं यह जोड़ों की सूजन कम करने में भी लाभदाई होते है। 
  • अगर आप जोड़ों के या मसल्स के आस-पास के दर्द को कम करना चाहते है, तो आपको सरसों के तेल को थोड़ा गर्म कर लेना है और इसमें एक चुटकी हल्दी मिला दें और फिर प्रभावित क्षेत्र पर इस तेल की मसाज करें। जिससे आपको काफी आराम मिलेगा।

जोड़ों के इलाज के लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक हॉस्पिटल !

अगर आप उपरोक्त जोड़ों में दर्द की समस्या से काफी परेशान है, तो आप कैसे इससे खुद का बचाव कर सकते है इसके बारे में हम आपको उपरोक्त बता ही चुके है। वही जोड़ों में दर्द के लक्षण ज्यादा गंभीर नज़र आए तो इसके लिए आप दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन भी कर सकते है। 

सारांश :

जोड़ों का दर्द जहा लोगों को चलने में असमर्थ बनाता है वही इसके दर्द की समस्या से कैसे हम खुद का बचाव कर सकते है, इसके बारे में हम उपरोक्त बता चुके है, इसके अलावा उपरोक्त उपायों को तो आपने अपनाना ही है और साथ में आपको इस बात का ध्यान भी रखना है की आपको अपने खाने-पीने जैसी हर तरह की चीजों का खास ध्यान रखना है, तभी जाकर आप इस समस्या से खुद का बचाव कर सकते है।