बिना एक्सरसाइज व डाइटिंग के कैसे घटाए वजन, वो भी सात्विक आहार की मदद से ?

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बिना एक्सरसाइज व डाइटिंग के कैसे घटाए वजन, वो भी सात्विक आहार की मदद से ?

  • September 11, 2023

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अगर आप चाहते है की आपका वजन कम रहें, तो इसके लिए आपको आज से ही सात्विक भोजन करना शुरू कर देना चाहिए। वहीं अगर आप इस तरह के आहार को अपने दैनिक दिनचर्या में शामिल करते है तो वो दिन दूर नहीं की आपका वजन कम होने लगेगा। इसके अलावा सात्विक भोजन में क्या-क्या आता है, और इसको कैसे लिया जाता है और साथ ही ये वजन को कम करने में कैसे सहायक है इसके बारे में आज के लेख में चर्चा करेंगे ;

क्या है सात्विक आहार ?

  • आयुर्वेद की बात करें, तो इसमें विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों का जिक्र मिलता है, इसमें तामसिक, राजसिक और सात्विक भोजन के बारे में बताया गया है। इसमें सात्विक आहार को सेहत के लिए सबसे फायदेमंद माना जाता है। 
  • वजन कम करने से लेकर शरीर को स्वस्थ बनाए रखने तक के लिए सात्विक आहार के सेवन की आदत विशेष लाभप्रद मानी जाती है। सात्विक आहार हल्के और पौष्टिक होते है, जो आसानी से पच जाते है। 
  • डेयरी उत्पादों से लेकर  फल, सब्जियां, अनाज, मसाले और नट्स, सात्विक आहार का ही हिस्सा माने जाते है। 

सात्विक आहार के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर से भी जानकारी लें सकते है।

सात्विक आहार में कौन-कौन सी खाने की चीजें शामिल है ?

  • सात्विक भोजन में भरपूर मात्रा में हरी सब्जियां फल शहद, गुड़, साबुत अनाज को शामिल किया जाता है। यह शाकाहारी और कम मसाले वाले भोजन होते है, इसमें लहसुन-प्याज भी नहीं होता है, पूजा-पाठ ईश्वर को भोग लगाने के लिए लोग सात्विक भोजन ही बनाते है। 
  • इसके अलावा इसमें चावल, गेहूं, जौ, दाल- मूंग, मसूर, चना या कोई भी दाल, पालक, लौकी, तोरी या हरी सब्जियां कुछ भी, ताजा फल- केला, सेब, संतरा, अनार, अंगूर, मेवे- कच्चे या हल्के भुने मेवे और सीड्स, डेयरी प्रोडक्ट- छाछ, दही, मक्खन, घी और दूध, तेल- नारियल तेल, जैतून तेल और तिल तेल, मसाले- अदरक, दालचीनी, इलायची, सौंफ, धनिया और हल्दी को सात्विक आहार में शामिल किया जाता है। 

वजन कम करने में कैसे मददगार है सात्विक आहार ?

  • दरअसल, सात्विक खाने में बहुत कम मात्रा में तेल और मसालों का इस्तेमाल किया जाता है, इसीलिए यह वजन कम करने में काफी अच्छा माना जाता है।  
  • डाइटिशियन बताते है कि सात्विक भोजन में कच्ची सब्जियां, फल और नट्स शामिल होते है, इनमें न के बराबर फैट होता है। 
  • इसके अलावा इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, क्युकी इसमें फाइबर को ही वजन कम करने में काफी मददगार माना जाता है। क्युकी फाइबर की वजह से लंबे समय तक भूख नहीं लगती और पेट भरा सा रहता है, इसकी वजह से एक्स्ट्रा फूड और जंक फूड खाने से आप बच जाते है और आपका वजन भी कंट्रोल में रहता है। 
  • वहीं सात्विक आहार को तैयार करने के लिए इसमें कच्चे/हल्के उबले हुए फल और सब्जियां खाने की सलाह दी जाती है। वहीं ये फल और सब्जियां पाचन को ठीक रखने के साथ शरीर में अतिरिक्त फैट के जमाव को रोकते है, जिससे वजन को कंट्रोल में रखने में काफी मदद मिलती है।

सात्विक आहार में किन चीजों का सेवन भूल कर भी न करें !

  • सात्विक आहार में आपको नमकीन और खट्टे खाद्य पदार्थ, चाय, कॉफी, शराब, प्याज और लहसुन, जमे हुए भोजन, फास्ट फूड, माइक्रोवेव किए गए खाद्य पदार्थ, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, मांस, मछली, अंडे और बचा हुआ या पहले से तैयार किए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अगर आप सात्विक आहार का सेवन न करने के कारण शारीरिक रूप से स्वास्थ्य नहीं है, तो इससे बचाव के लिए आपको बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक का चयन करना चाहिए।

सात्विक आहार के फायदे क्या है ?

  • सात्विक आहार के सेवन के कई प्रकार के फायदे है। जैसे – वजन कम करने, पाचन को बेहतर रखने के साथ मस्तिष्क को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए इसका नियमित सेवन करना विशेष लाभकारी हो सकता है। 
  • वहीं यह आहार शरीर से अपशिष्टों को बाहर निकालने के साथ आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करने और शरीर को फिट बनाए रखने में आपके लिए विशेष सहायक है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को स्वस्थ और पौष्टिक चीजों का सेवन करने पर जोर देते है। 
  • इसके अलावा, सात्विक आहार एक स्वस्थ आहार दिनचर्या मस्तिष्क को ऊर्जा, शांति और संतुष्टि के साथ बढ़ावा देते है।

सुझाव :

अगर आप चाहते है की आपका वजन नियंत्रित रहें, तो इसके लिर आपको सात्विक आहार का सेवन करना चाहिए, यदि आप इस तरह के भोजन का सेवन करते है तो कुछ ही दिनों में आपके वजन में काफी सुधार नज़र आएगा। 

इसके अलावा अगर आप चाहते है की आपके सेहत का अच्छे से सुधार हो तो इसके लिए आप दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का भी चयन कर सकते है।

निष्कर्ष :

अगर आपके सेहत में किसी भी तरह की समस्या आ जाए, बढ़े हुए वजन के कारण, तो इसके लिए जरूरी है की आपको उपरोक्त बातों का खास ध्यान रखना चाहिए और जितना हो सकें आप सात्विक आहार को ही अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

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आयुर्वेद की मदद से डायबिटीज को कंट्रोल करके कैसे ब्लड शुगर व अन्य बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है!

  • September 1, 2023

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डायबिटीज की बात करें तो इसका इलाज मिलना काफी मुश्किल है, एलोपैथी में इसलिए जरूरी है की अगर आपको पता लगें की आपमें डायबिटीज के कुछ लक्षण नज़र आने लगें तो आयुर्वेदिक उपाय का सहारा आपको लेना चाहिए, ताकि आपके बीमारी का इलाज अच्छे से किया जा सकें ;

डायबिटीज की समस्या से कैसे बरतें सतर्कता !

  • सबसे पहले तो डायबिटीज में लोगों को अपने खाने-पीने को लेकर बहुत सतर्क रहना पड़ता है, क्युकि खाने में जरा सी लापरवाही आपके शुगर लेवल को बढ़ा सकते है।
  • डायबिटीज के मरीज को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए, इसके अलावा उन्हे अपने वजन को भी कंट्रोल में रखना चाहिए।
  • मधुमेह को नियंत्रण में लाने के लिए कई आयुर्वेदिक दवाओं और अर्क का इस्तेमाल किया जाता है।
  • आयुर्वेद में ऐसी कई चीजें है, जिनके इस्तेमाल से आप डायबिटीज को कंट्रोल में रख सकते है।

डायबिटीज के दौरान कौन-से लक्षण नज़र आते है ?

  • डायबिटीज के लक्षण की बात करें तो इसको टाइप-1 और टाइप-2 के लक्षणों में विभाजित किया गया है।
  • वहीं टाइप-1 मरीज़ में डायबिटीज के लक्षण बहुत तेजी से बढ़ते है।
  • जबकि टाइप-2 के मरीज में डायबिटीज के शुरुआती लक्षण काफी कम नजर आते है, इसके अलावा टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के मुख्य लक्षणों में शामिल है –
  • बहुत प्यास का लगना।
  • बार-बार टॉयलेट जाना।
  • बहुत भूख लगना।
  • अचानक से वजन का बढ़ना या घटना।
  • थकान महसूस करना।
  • चिड़चिड़ेपन की समस्या का सामना करना।
  • आंखों में धुंधलेपन की समस्या का सामना करना।
  • घाव का देरी से भरना।
  • स्किन में इंफेक्शन की समस्या।
  • ओरल इंफेक्शन्स का सामना करना।
  • वजाइनल इंफेक्शन्स आदि।

डायबिटीज के लक्षण ज्यादा गंभीर होने से पहले ही बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर के संपर्क में आए।

डायबिटीज के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

  • डायबिटीज के मरीजों को रोजाना सुबह और शाम की सैर करनी चाहिए।
  • कोशिश करें कि आप फलों के जूस पीने के बजाय ताजे फल खाएं।
  • खाना खाने के तुरंत बाद सोने या लेटने की आदत छोड़ दें।
  • ढेर सारा पानी पीते रहें।
  • रोजाना सुबह अपने ब्लड शुगर लेवल्स को जरूर चेक करें।
  • फाइबर वाली डाइट का ज्यादा मात्रा में सेवन करें।

डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय ! 

  • डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए आप अंजीर के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते है. इसमें मधुमेह विरोधी गुण होते है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल कम करने में मदद मिलती है।
  • डायबिटीज के रोगियों के लिए मेथी बहुत फायदेमंद होती है, मेथी के बीज का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। आप एक चम्मच मेथी के बीज को रात भर एक गिलास पानी में भिगोकर रख दे, सुबह खाली पेट इन बीजों और पानी को पी लें, इसके करीब 30 मिनट बाद तक कोई दूसरी चीज न खाएं। ऐसा करके आप काफी अच्छा महसूस करेंगे।
  • मसालों में दालचीनी का उपयोग सभी के घरों में होता है, दालचीनी के कई फायदे है. स्वाद और खुशबू बढ़ाने के अलावा डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए भी दालचीनी का उपयोग किया जाता है. इसमें मधुमेह विरोधी गुण पाए जाते है. दालचीनी के उपयोग से ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिलती है. इसके लिए आपको हर रोज आधा चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करना चाहिए।
  • अंगूर के बीजों में डायबिटीज को कंट्रोल करने वाले गुण पाए जाते है, इसमें विटामिन-ई, फ्लेवोनोइड्स, लिनोलिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते है, जो मधुमेह के इलाज में प्रभावशाली साबित होते है।
  • नीम को कई आयुर्वेदिक दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है, नीम के पत्ते और रस से डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है।

आप चाहें तो डायबिटीज का इलाज बेस्ट आयुर्वेदिक क्लिनिक से भी करवा सकते है।

सुझाव :

डायबिटीज के मरीज़ को अगर इस बीमारी से निजात पाना है तो इसके लिए उन्हें अपने वजन पर नियंत्रण रखना चाहिए, और साथ ही खाने पर थोड़ा नियंत्रण जरूर रखें।

डायबिटीज के इलाज के लिए बेस्ट आयुर्वेदिक हॉस्पिटल !

अगर आप चाहते है की आपको डायबिटीज की समस्या का सामना न करना पड़े, तो इसके लिए आपको जल्द दीप आयुर्वेदा हॉस्पिटल का चयन करना चाहिए।

निष्कर्ष :

डायबिटीज की समस्या गंभीर है ये मानने वाली बात है, इसलिए जरूरी है इसे ज्यादा गंभीर होने ही न दिया जाए और इसके इलाज के लिए डॉक्टर के सम्पर्क में आए। वहीं किसी भी तरह के उपाय को अपनाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।